EYE FLU: आई फ्लू का कहर जाने इसके लक्ष्ण और बचाव के तरीके
EYE FLU: आई फ्लू का कहर जाने इसके लक्ष्ण और बचाव के तरीके
लखनऊ-उत्तर प्रदेश में आई फ्लू तेजी से पैर पसार रहा है - आँख हमारे शरीर का अभिन्न अंग है । यदि हमारी
आँखों में कोई दिक्कत हो जाए तो हमारी पूरी दिनचर्या प्रभावित हो जाती है।
बारिश के मौसम में आजकल बदलते मौसम व तापमान के चढ़ाव उतार में लोगो की आँखों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
लोगो की आँखे लाल एवं उनमे चुभन तथा आँखों से पानी आ रहा है ।आम बोलचाल की भाषा में इसे आँख आना भी कहते है । चिकित्सा क्षेत्र में इसे आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस कहते है ।
भीषण गर्मी और उमस के बीच उत्तर प्रदेश में तेजी से आई फ्लू कंजक्टिवाइटिस के मरीजो की संख्या बढ़ रही है पिछले कुछ दिनों में काफी मरीज बढ़े है । उत्तर प्रदेश के सरकारी हॉस्पिटल में आई फ्लू के मरीज इलाज हेतु काफी संख्या में आ रहे है ।
लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य जिलो में भी कंजक्टिवाइटिस के मरीजो की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है ।
यह संक्रामक बीमारी है इससे बचाव के लिए साफ सफाई का ध्यान रखना जरूरी है ।
यह आई फ्लू बच्चो में तेजी से फ़ैल रहा है ।
आँख लाल होने की बीमारी से इन दिनों लोग डरे हुए है । स्कुलो में पढाई के दौरान बच्चो की आंख लाल होने से अन्य बच्चो के भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है । इस बीमारी की मियाद छः से सात दिन होती है , उसके बाद ही परेशानी कम होती है |
अपनी हथेली से आँखों को न छुए और यदि छूना भी हो तो हथेली को साफ सुथरा धोने के बाद ही आँखों को छुए।
ठंडे पानी से आँखों को धोये आई ड्राप का इस्तेमाल करे ।
कंजक्टिवाइटिस के लक्षण - कंजक्टिवाइटिस को पिंक आई यानि गुलाबी आँख के रूप में जाना जाता है इसमें आँख की उस झिल्ली में संक्रमण होता है जो आँख को ढक कर रखती है, इसे आई फ्लू भी कहते है ,जो धूल कण एलर्जी जीवाणु या वायरस के संपर्क में आने से फैलते है ।जिसके कारण आँखों के सफेद हिस्से में संक्रमण तेजी से फैलता है | खुजली, लालिमा, और आंख से चिपचिपा तरल निकलना इसके प्रारम्भिक लक्षण है ।
संक्रमण गंभीर होने से आँखों में सुजन दर्द व हल्के बुखार के लक्षण भी दिखाई देते है ।
बचाव के तरीके -अपनी आँखों को छूने से पहले अपने हाथो को सफाई से धुल ले उसके बाद ही आँखों को छुए
आँखों को रगड़ने से बचे ।
अपने आस पास साफ़ सफाई रखे
अपनी आखो को समय समय पर ठंडे पानी से धोते रहे
अगर बाहर जाना जरूरी हो तो काला चश्मा पहन कर जाये ।
संक्रमित व्यक्ति का तौलिया एवं अन्य चीजे इस्तेमाल न करे ।
पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचे ।
टीवी - मोबाइल से दुरी बनाये रखें.
आँखों में ज्यादा दर्द हो तो गुलाब जल से आँखों को धोये जिससे आँखों की गंदगी दूर होगी।
इलाज- अपने आप किसी भी आई ड्राप का इस्तेमाल न करे । स्टेरायड आई ड्राप का इस्तेमाल न करे
डॉक्टर के सलाह के बाद ही कोई भी आई ड्राप डाले या एंटीबायोटिक दवा ले ।
पांच या सात दिनों में यह बीमारी ठीक हो जायेगी ।
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